Ration Card band 2025:1 सितंबर से राशन कार्ड धारकों के लिए एक बड़ी खबर सामने आई है। अब तक सरकार की तरफ से दिया जाने वाला मुफ्त राशन बंद कर दिया गया है। इस फैसले का असर लाखों परिवारों पर पड़ेगा क्योंकि अधिकतर लोग महामारी के बाद से इस योजना पर निर्भर हो गए थे।
कोरोना काल में जब रोज़गार छिन गए थे , तब गरीब परिवारों को राहत देने के लिए सरकार ने (PMGKAY) शुरू की थी। इसके तहत हर राशन कार्ड परिवार को मुफ्त अनाज, खासतौर पर गेहूं और चावल, दिया जाता था। यह योजना लंबे समय तक चली और लोगों की जरूरतें पूरी होती रहीं। मगर अब जानकारी आ रही है कि यह योजना बंद कर दी गई है।

प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना क्या है?
यह योजना मार्च 2020 में कोरोना महामारी के समय शुरू की गई थी। इसका उद्देश्य था कि कोई भी परिवार भूखा न सोए। इस योजना के तहत देशभर के राशन कार्ड धारकों को मुफ्त में गेहूं, चावल और कई बार दाल और नमक भी दिया गया। राज्यों के हिसाब से वितरण अलग-अलग तरीकों से किया गया। शुरू में इसे कुछ महीनों के लिए लागू किया गया था लेकिन जनता की ज़रूरतों और परिस्थितियों को देखते हुए इसे बार-बार बढ़ाया गया।
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राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (NFSA) के तहत राशन
NFSA के अनुसार गरीब परिवार को प्रति व्यक्ति हर महीने 5 किलो अनाज दिया जाता है। इसमें गेहूं 2 रुपये किलो और चावल 3 रुपये किलो में मिलता है। जिन्हें अंत्योदय अन्न योजना (AAY) का लाभ है, उन्हें 35 किलो अनाज पूरे महीने के लिए मिलता है।
इस तरह गरीबों को पूरी तरह से राशन से वंचित नहीं किया गया है। लेकिन अब जो पहले मुफ्त में मिल रहा था, वह खर्चे के साथ आएगा। यही बात कई परिवारों के लिए बोझ साबित हो रही है।
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